जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला: 27 पर्यटकों की मौत, देशभर में गम का माहौल

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला

पहलगाम, जम्मू-कश्मीर — 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरान घाटी क्षेत्र में एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें 27 पर्यटकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। यह हमला स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 2 बजे हुआ, जब आतंकवादियों ने पर्यटकों से भरी वाहनों को निशाना बनाया। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है, और सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है।

हमले की मुख्य जानकारी

  1. स्थान व समय: पहलगाम के बैसरान घाटी क्षेत्र में, जो श्रीनगर से लगभग 95 किमी दूर है। यह क्षेत्र अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ट्रेकिंग रूट्स के लिए प्रसिद्ध है।
  2. हमले का तरीका: आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी और विस्फोटकों का इस्तेमाल किया। घटनास्थल पर मिले सुरागों से पता चला है कि यह हमला Lashkar-e-Taiba से जुड़े आतंकियों ने अंजाम दिया हो सकता है।
  3. पीड़ित: अधिकांश पीड़ित दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात के पर्यटक थे। घायलों को श्रीनगर के SMHS अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हमले को “नृशंस और अमानवीय” बताते हुए कहा, “निर्दोष नागरिकों पर हमला मानवता के विरुद्ध है”
  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए श्रीनगर के लिए रवाना होने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “दोषियों को कोई रियायत नहीं मिलेगी”
  • कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इसे “शर्मनाक कृत्य” बताया और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का आह्वान किया।

सरकार व सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई

  1. हेल्पलाइन जारी: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पीड़ित परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर (9596777669, 01932225870) जारी किए हैं।
  2. सुरक्षा बैठक: उत्तरी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार ने श्रीनगर में सुरक्षा समीक्षा की।
  3. अंतरराष्ट्रीय स्तर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो सऊदी अरब की यात्रा पर हैं, ने घटना पर गहरी चिंता जताई और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

पहलगाम और कश्मीर में आतंकवाद का इतिहास

पहलगाम, जिसे “भगवान का निवास” कहा जाता है, पिछले एक दशक से आतंकी घटनाओं से प्रभावित रहा है। 2017 में अमरनाथ यात्रा पर हुए हमले के बाद यह दूसरी बड़ी घटना है। विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान-आधारित आतंकी गुट कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं।

आगे की राह: क्या कहते हैं विश्लेषक?

  • सुरक्षा सख्त करने की मांग: विशेष बलों की तैनाती और टूरिस्ट स्पॉट्स पर सीसीटीवी नेटवर्क बढ़ाने पर जोर।
  • पर्यटन उद्योग को झटका: इस हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों का आना कम होने की आशंका।
  • राजनीतिक एकजुटता: सभी दलों ने आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े होने का संकल्प दोहराया।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

Q1. पहलगाम कहाँ स्थित है?
Ans. यह जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित है और श्रीनगर से 95 किमी दूर है।

Q2. हमले में कितने लोग मारे गए?
Ans. 27 पर्यटकों की मौत हुई, जबकि कई घायल हैं।

Q3. सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
Ans. गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में सुरक्षा बैठक बुलाई और हेल्पलाइन जारी की गई।

निष्कर्ष: पहलगाम हमला न केवल मानवता के विरुद्ध है, बल्कि यह कश्मीर में शांति और विकास के प्रयासों पर भी प्रहार है। सरकार और जनता की एकजुटता ही आतंकवाद को जड़ से मिटा सकती है। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा तंत्र को चुनौती दी है, और आशा है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी।

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