गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में प्रशासन द्वारा अवैध अतिक्रमणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। बेट द्वारका और ओखा क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से चल रहे इस अभियान में कई अवैध निर्माण, जिनमें धार्मिक स्थल भी शामिल हैं, ध्वस्त किए गए हैं।
प्रमुख बिंदु:
- बेट द्वारका में कार्रवाई: बेट द्वारका के बालापार क्षेत्र में अब तक 111 अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया है, जिससे लगभग 24,400 वर्ग मीटर सरकारी भूमि मुक्त करवाई गई है। इन जमीनों की अनुमानित कीमत 13.12 करोड़ रुपये है। Bhaskar
- ओखा में धार्मिक स्थल ध्वस्त: ओखा में गुजरात मेरीटाइम बोर्ड (GMB) की जमीन पर अवैध रूप से बनी हज़रत पंज पीर दरगाह को भी ध्वस्त किया गया है। OpIndia
- पिरोटन द्वीप पर अतिक्रमण हटाया गया: जामनगर के पिरोटन द्वीप, जो मरीन नेशनल पार्क का हिस्सा है, में लगभग 4,000 वर्ग फीट में फैले 9 अवैध धार्मिक संरचनाओं को हटाया गया है, जिससे द्वीप की प्राकृतिक स्थिति बहाल हो गई है। ABP News
सुरक्षा के मद्देनजर कार्रवाई:
बेट द्वारका से पाकिस्तान की दूरी मात्र 80 नॉटिकल माइल्स है, जिससे यह क्षेत्र सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। अवैध निर्माणों के कारण यहां अवैध गतिविधियों, जैसे ड्रग तस्करी, की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए, प्रशासन ने अवैध अतिक्रमणों को हटाने का निर्णय लिया है।
प्रशासन की प्रतिबद्धता:
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, “बेट द्वारका देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था की भूमि है। कृष्ण भूमि में किसी भी अवैध अतिक्रमण को नहीं होने देंगे। हमारी आस्था और संस्कृति की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।”
निष्कर्ष:
गुजरात सरकार द्वारा अवैध अतिक्रमणों के खिलाफ की जा रही यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान बिना किसी भेदभाव के सभी अवैध निर्माणों के खिलाफ जारी रहेगा।